मैं, विनोद कुमार, स्वतंत्र तालीम शिक्षण केंद्र रमद्वारी में जुलाई 2013 से कार्यरत हूँ। इस संस्था का संचालन श्रीमान राहुल अग्रवाल व श्रीमती रिद्धि अग्रवाल जी करते हैं। केंद्र में लगभग अड़तालीस (48) बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। सर और मैडम जी प्रतिमाह लगभग 5 बार केंद्र पर उपस्थित होकर शिक्षण कार्य में नई तकनीकियों को जोड़कर बच्चों को तालीम देते हैं, जिस में कला, हस्तशिल्प, खेल आदि गतिविधियाँ शामिल हैं। केंद्र पर मैं लगभग 5 घंटे शिक्षण कार्य करता हूँ, जिससे मेरा भी अनुभव बढ़ता है।
बच्चों के वर्तमान शैली का विकास आसानी से होता है और मुझे भी बच्चों को सिखाने में सरलता तथा अभिरुचि प्राप्त होती है। बच्चों को बिना भय के खुली शिक्षा प्राप्त होती है और यह अपने में ही एक अनोखी बात है। केंद्र में कक्षा 1 से 8 तक के बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। खुली शिक्षा के कारण बच्चे अपनी परिवेश की वस्तुओं को आसानी से समझ और सीख पाते हैं। इस केंद्र से बच्चों को उनके अनुरूप दैनिक विषयों की जानकारी जैसे गणित, हिंदी, अंग्रेज़ी, समाज-क्रिया तथा कौशल भी प्राप्त होते हैं। मुझे भी केंद्र के प्रति अभिरुचि प्राप्त होती हैं। इस केंद्र के माध्यम से सामाजिक, मानसिक आत्मनिर्भरता का विकास बड़ी आसानी से होता है, जो बच्चों के दैनिक जीवन में अहम भूमिका निभाता है।
मुझे इस कार्यक्रम में काफ़ी गौरव और ख़ुशी प्राप्त होते हैं। तथा एक सच्ची निष्ठा से काम करता रहा तो बच्चों और मेरा दोनो का आत्म-गौरव बढ़ेगा। और इस गौरव, ख़ुशी और खुली तालीम के द्वारा आने वाली पीढ़ी का भी विकास भी होगा।
-विनोद कुमार,
अनुदेशक,
स्वतंत्र तालीम